Team News Dastak पामगढ़/अकलतरा– रायपुर केंद्रीय जेल से रिहाई होने के बाद पामगढ़ अकलतरा आगमन पर आंदोलनकारीयो का जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत किया गया। पामगढ़ और अकलतरा में रैली निकाल कर आतिशबाजी एवं गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। 56 दिन बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से जमानत मिलने के उपरांत केंद्रीय जेल रायपुर से सभी 29 आंदोलनकारियो की रिहाई कर दिया गया है।
गौरतलब है कि रायपुर में 18 जुलाई को सड़क पर कुछ युवकों ने नग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया था । करीब 2 दर्जन युवक नग्न होकर विधानसभा घेराव करने जा रहे थे। नग्न अवस्था में विधानसभा की ओर बढ़ रहे इन युवकों को रास्ते में मौजूद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, नग्न प्रदर्शन कर रहे युवक एससी-एसटी वर्ग के थे।वे फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी कर रहे लोगों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे युवको ने बताया कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर करीब 267 लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं। तीन वर्ष पहले ही उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी हो चुका है।लेकिन अब तक प्रसाशन ने कोई कार्यवाही नही की हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया था कि इससे पहले कई बार आंदोलन कर चुके हैं। आमरण अनशन तक कर चुके हैं, लेकिन सरकार फर्जी जाति प्रमाण पत्र वालों को नौकरी से बाहर नहीं कर रही है। ऐसे में विवश होकर नग्न प्रदर्शन करना पड़ रहा है,आंदोलकारियों में बिलासपुर, रायपुर के साथ ही पामगढ़ क्षेत्र से डंकेश बर्मन और अकलतरा क्षेत्र से निक्कू पाटले, कुंवर ओग्रे एवं सुरेंदर लहरे भी शामिल थे।