Team@News Dastak पामगढ़ | सोमवार को पामगढ़ चंडीपारा के दशहरा मैदान में भाजपा की परिवर्तन यात्रा पहुंची। परिवर्तन यात्रा की अगुवाई युवा मोर्चा ने सभा स्थल तक बाइक रैली निकालकर की। इस यात्रा में भाजपा के दिग्गज नेता शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, सांसद गुहाराम अज्जगले, निर्मल सिन्हा, नवीन मार्कंडेय सहित प्रदेश के पदाधिकारी शामिल थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद रॉय ने मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि यहां किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है, यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं है, यहां के विधायक भी सुरक्षित नहीं है, छत्तीसगढ़ में जो भी विकास हो रहा है वह मोदी सरकार के पैसों से ही हो रहा है. सौभाग्य योजना हो या जनधन खाते का मामला हो, मातृवंदना योजना हो या उज्जवला योजना हो ये सब मोदी सरकार ही छत्तीसगढ़ को दे रही है।
अऊ नई सहिबो, बदल के रहीबो
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने संबोधन की शुरुआत अऊ नई साहिबो,बदल के रहीबो से की, उन्होंने आगे कहा कि इस सरकार को बदलने का संकल्प छत्तीसगढ़ की जनता ले चुकी है, इस सरकार ने पौने पांच साल में लूट भ्रष्टाचार बेईमानी के सिवाय कोई काम नहीं किया है। यह सरकार जनता के आंख में धूल झोंक कर लबारी बोल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जन घोषणा पत्र में वादा किए थे, कि शराबबंदी करेंगे बहन लोगों ने समर्थन भी दिया था, आज पौने 5 साल में शराबबंदी तो नहीं हुआ है बल्कि घर-घर शराब पहुंचा दिए है और रेट को दुगना बढ़ा दिए हैं ।
उन्होने आगे संबोधित करते हुए कहा कि हमें वादे पूरे करने वाली सरकार चाहिए। वादाखिलाफी करने वाली नहीं। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा लबरा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल है, नरवा गरवा घुरवा बारी सिर्फ कागज में , चोरी बेईमानी भ्रष्टाचार लबारी कांग्रेस की चार चिन्हारी , अब कांग्रेस को विदा करने और भाजपा की सरकार बनाने का समय आ गया है।
कार्यक्रम में गुलाब सिंह चंदेल जिला अध्यक्ष भाजपा, अंबेश जांगडे, कमला देवी पाटले पूर्व सांसद, वरिष्ठ नेता संतोष अग्रवाल, सरिता तिवारी, यशवंत साहू, गुरदयाल पाटले, पंकज तिवारी, संतोष लहरे, महाराज लाल टंडन, अजय अविनाशी, सुखराम मधुकर, मंजू लता टंडन, संजीव बंजारे, ब्यास कश्यप, सोनू गांधी समेत भारतीय जनता युवा मोर्चा टीम एवं भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी कार्यकर्ता भारी संख्या में शामिल थे।