Team News Dastak रायपुर – मुकुंद उपाध्याय की अगुवाई में छत्तीसगढ़ राज्य व्याख्याता पदोन्नत समिति अपनी मांगों पर मुखर है। पिछले दिनों राजधानी पहुंचे समिति के सदस्यों ने ज्ञापन से जरिये मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व अधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचायी। इस दौरान प्रदेश भर से पहुंचे शिक्षकों ने प्रांतीय संचालक मुकुंद उपाध्याय की अगुवाई में प्रमोशन के मुद्दे पर आगे की रणनीति भी तैयार की। समिति ने अधिकारियों को दो टूक कहा है कि शिक्षक दिवस के पूर्व तक शिक्षकों के प्रमोशन का आदेश जारी किया जाये।
प्रांतीय संचालक मुकुन्द उपाध्याय सहित प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य राम विश्वास सोनवानी, हर नारायण साहू, जय प्रकाश झा, सादिक अंसारी, अजय श्रीवास्तव, महेंद्र राजवाड़े, बिरस यादव, सूरज साहू, अश्वनी प्रधान, जितेंद्र साहू प्रदेश मीडिया प्रभारी बुद्धपाल शिन्दे ने सँयुक्त रूप से बताया कि सरकार ने सभी शिक्षक संवर्गों की पदोन्नति का निर्णय लिया था। इसके तहत सभी जिलों में सहायक शिक्षको को प्रधान पाठक व शिक्षक पद पर, शिक्षक से मिडिल स्कूल एचएम पद पर पदोन्नति कर दिया हैं, लेकिन समस्त संभाग से अंतरिम वरिष्टता सूची लोकशिक्षण संचालनालय भेजने के बाद भी व्याख्याता पदोन्नति के लिए राज्य स्तरीय अंतिम वरिष्ठता सूची जारी नही की जा सकी हैं।
प्रमोशन नहीं होने से प्रदेशभर के शिक्षक नाखुश व अपने पदोन्नति को लेकर चिंतित है। लिहाजा कोरबा जिले के वरिष्ठ व नियमों के जानकार शिक्षक मुकुन्द उपाध्याय को समिति का प्रदेश संचालक बनाया गया है। श्री उपाध्याय के संचालक बनते ही लगातार पदोन्नति प्रक्रिया में तेजी आयी। 21 अगस्त को प्रदेशभर से 100 सदस्यीय कोर कमेटी सदस्य कलेक्ट्रेड गार्डन रायपुर में जुटे। इस दौरान मुख्यमंत्री, डीपीआई, सहायक संचालकों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया। सहायक संचालक आशुतोष चावरे ने मुलाकात का समय भी दिया, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पायी, जिससे शिक्षक काफी निराश हैं।
समिति की कोर कमेटी के सदस्यों ने निर्णय लिया है कि पदोन्नति कार्य मे संलग्न अधिकारियों, कर्मचारियो की लेटलतीफी की बात मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री व प्रमुख सचिव तक बात पहुचाई जायेगी, ताकि चुनाव आचार संहिता के पहले पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण हो सकें। समिति ने निर्णय लिया है 28 अगस्त सोमवार को छत्तीसगढ़ राज्य पदोन्नत समिति के राज्य कोर कमेटी के प्रतिनिधि मंडल अश्वनी प्रधान, अवधेश वर्मा के नेतृत्व में फिर डीपीआई जाकर संबधित अधिकारियों से भेट कर निवेदन करते हुये ज्ञापनपत्र सौपा जायेगा। उसके बाद भी विभाग ने प्रमोशन संबंधी आदेश जारी नहीं किया, तो रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर समिति अपनी बातों को मीडिया के सामने रखेगी।