Pankaj Kurre@News Dastak पामगढ़– जनपद पंचायत पामगढ़ के ग्राम पंचायत बोरसी के सरपंच को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। सरपंच के खाते में महज 3 वोट और प्रस्ताव के पक्ष में 16 वोट पड़े जबकि एक वोट निरस्त हो गया। ग्राम पंचायत बोरसी के सरपंच लीला बाई कश्यप के खिलाफ पंचों ने भ्रष्टाचार समेत कई अन्य आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लगाया था।
प्रस्ताव की सूचना पर पामगढ़ एसडीएम आर के तंबोली ने गुरूवार 25 अगस्त को सम्मिलन बुलाया और इसके लिए पामगढ़ तहसीलदार प्रियंका बंजारा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया। गुरूवार को दोपहर 12 बजे से ग्राम के हाईस्कूल भवन में पीठासीन अधिकारी ने सम्मिलन की कार्रवाई शुरू की। सबसे पहले सभी पंचों की उपस्थिति दर्ज की गई। इस दौरान सरपंच सहित 21 पंच उपस्थित थे। सरपंच के खिलाप पहले अविश्वास प्रस्ताव पढ़ा गया, फिर उसे अपने पक्ष में बोलने का मौका दिया गया। इसके बाद मतदान हुआ। इसमें सरपंच और 20 पंचों ने मतदान किया फिर वोटो की गिनती हुई तो अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 16 वोट विपक्ष में तीन वोट पड़े। जबकि एक वोट निरस्त हो गया।
इस तरह अविश्वास प्रस्ताव में सरपंच के खिलाफ एक तरफा मत पड़ने से उसकी कुर्सी चली गई। पीठासीन अधिकारी ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की घोषणा की। इस दौरान पीठासीन अधिकारी प्रियंका बंजारा, पंचायत इंस्पेक्टर पी . एस पटेल, ग्राम के पंचायत सचिव सीमा दिनकर, सहित कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे। अविश्वास प्रस्ताव पारित होते ही विरोधी खेमे में उत्साह था वहीं सरपंच के पक्ष के लोगों में मायूसी देखी गई।