Team@News Dastak पामगढ़ | जी. आर. डी. कॉलेज पामगढ़ में दलित अधिकार अभियान पामगढ़ के तत्वाधान में युवा जनमत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया कार्यक्रम में महापुरुषों को याद करते हुए संविधान का प्रस्तावना के साथ शुरू किया गया। मुख्य वक्ता में समाजिक कार्यकर्ता विभीषण पात्रे ने दलित शब्द की परिभाषा बताते हुए कहा कि दलित शब्द कोई जाति धर्म से नही बल्की इसका मतलब शोषित पीड़ित वंचित मानव समाज से है जिसकी आवाज़ को दबाया जाता हो जिसे आगे बढ़ने से रोका जा रहा हो जिसके साथ अत्याचार, हिंसा होती हो, और जिसे शिक्षा रोजगार वा सविधानिक रूप से पीछे रखा जाता हैं उसे दलित कहा जाता है बताया। जी आर डी कॉलेज की प्रोफ़ेसर संध्या यादव ने कहा कि आज युवा पीढ़ी शिक्षा से पीछे होते जा रहे है जाति धर्म में पड़ अपना भविष्य को अंधकार की ओर ढकेल रहे है, महिला एवं बाल विकास से कार्यकर्ता दया यादव ने कहा कि लड़कियों को उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, जानकारी वा आधिकारों से वंचित रखा जाता है, लड़कियों की हमेशा हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए ताकी नई पीढ़ी का निर्माण हो सकें।
समाजिक कार्यकर्ता राजनीकांत रत्नाकर कहा की युवाओं को हमेशा जागरुक रहने की जरुरत है और अपने आस पास घूम रहे बिचौलियों से सावधान रहने की जरुरत है आज हम किसी भी शासन की योजनाओं को पाने के लिए बिना जानकारी वा कोशिश के हम तीन से पांच हज़ार रुपए दे देते है, अगर हम चाहे तो हर योजनाओं का लाभ मुफ़्त में स्वयं पा सकते है, और दूसरो को भी दिलाने में मदद कर सकते है।
समाजिक कार्यकर्ता आमना बेगम ने कहा कि कल ही हम मानव अधिकार दिवस मनाया है और आज भी हम अपने आधिकारों की बात करते हैं ये हमारे समाज की बहुत बड़ी विडंबना कहे या पिछड़ापन कहे, युवा देश की आवाज है हमे अपने शिक्षा, स्वास्थ्य, व रोज़गार की जरुरत तो है ही इसके साथ हमें अपने आधिकारों को जानने की भी जरूरत है हम वन नेशन, वन कार्ड की बात करते हैं उसमे मिलने वाली भोजन भी हमे सामान चाहिए सिर्फ़ राशन कार्ड बना देने से देश की भुखमरी, कुपोषण दूर नही होगी उसमे मिलने वाली चीजों में भी बढ़ोतरी होनी चाहिए जैसे चावल, नमक, शक्कर के साथ साथ हमे दाल, चना, तेल, सोयाबडी जैसी पोषक तत्वों का भी समावेश होनी चाहिए। इसके अलावा हमे अपने समुदायिक स्वास्थय केन्द्र में हर वक्त सरकारी एम्बुलेंस सेवा, सिविल सर्जन डॉक्टर, एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ की मांग करनी चाहिए ताकी महिलाओं को उनके बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का आधिकार मिल सके। कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी अपनी मत साझा किया उन्होंने सामान शिक्षा उचित रोज़गार वा बेहतर स्वास्थ्य सुविधा वा संसाधन को लेकर बात रखी। युवाओं ने इस युवा जनमत कार्यक्रम को सराहा और कहा कि ऐसा कार्यक्रम निरन्तर करने की जरूरत है जिससे युवाओं में समझ वा शिक्षा का विस्तार होते रहें ।