Team@News Dastak रायपुर– विधानसभा सत्र के दौरान फर्जी जाति प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी करने वालों 267 व्यक्तियों की बर्खास्तगी और कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर बहुचर्चित नग्न प्रदर्शन के मामले में गिरफ्तार 29 युवाओं को 56 दिन बाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई , कल रात को रायपुर सेंट्रल जेल से 29 युवाओं के रिहाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। जेल से रिहाई होने पर 29 युवाओ का लोगों ने नायकों की तरह स्वागत किया।
गौरतलब है कि रायपुर में 18 जुलाई को सड़क पर कुछ युवकों ने नग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया था । करीब 2 दर्जन युवक नग्न होकर विधानसभा घेराव करने जा रहे थे। नग्न अवस्था में विधानसभा की ओर बढ़ रहे इन युवकों को रास्ते में मौजूद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, नग्न प्रदर्शन कर रहे युवक एससी-एसटी वर्ग के थे। वे फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी कर रहे लोगों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे युवको ने बताया कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर करीब 267 लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं। तीन वर्ष पहले ही उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी हो चुका है।लेकिन अब तक प्रसाशन ने कोई कार्यवाही नही की हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया था कि इससे पहले कई बार आंदोलन कर चुके हैं। आमरण अनशन तक कर चुके हैं, लेकिन सरकार फर्जी जाति प्रमाण पत्र वालों को नौकरी से बाहर नहीं कर रही है। ऐसे में विवश होकर नग्न प्रदर्शन करना पड़ रहा है।प्रदर्शन में पामगढ़ के डंकेश बर्मन सहित पूरे प्रदेश भर के युवक से शामिल
प्रदर्शन में शामिल युवक अलग-अलग जिले से थे, इसमें पामगढ़ विधानसभा से ग्राम रसौटा के डंकेश बर्मन भी शामिल थे, रिहाई पश्चात पामगढ़ पहुँचने पर भीम आर्मी पामगढ़ के द्वारा भव्य स्वागत किया गया, स्वागत रैली सतनाम भवन से अंबेडकर चौक तक किया गया, डंकेश ने पामगढ़ पहुचने पर डॉ.भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।