Pankaj Kurre@News Dastak– पामगढ़ में सर्व आदिवासी समाज, युवा प्रभाग एवं छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ पामगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर सी.पी. सिंह थे, अध्यक्षता तिलक सिंह नेताम ने किया।
विशिष्ट अतिथियों में संतोष सिंह नेताम जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज समाज, मनमोहन सिंह गोंड जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ मनहरण सिंह मरकाम ,खेदू कंवर जिला अध्यक्ष आदिवासी कांग्रेस, श्याम कंवर परियोजना अधिकारी सक्ति, कंचन यशपाल कंवर जनपद सदस्य तनौद, डॉ राधेश्याम सिदार, डॉक्टर राजेंद्र सिंह पैकरा, सुमन सिंह कंवर, डॉ रूपेंद्र श्याम ,शत्रुहन नेताम,प्रतीक भगत थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ राइस मिल चंडीपारा स्थित आदिवासी भवन में पुरखा शक्ति एवं बुढ़ा देव का पूजा अर्चना ,अर्जी विनती से किया गया ।तत्पश्चात कर्मा नृत्य ,डीजे एवं रैली के साथ पामगढ़ के मुख्य सड़क में भीड़ के साथ रैली निकाली गई। रैली के माध्यम से समस्त आदिवासी जन अपने हक और अधिकार की तख्ती पकड़े हुए एवं नारा लगाते हुए अंबेडकर चौक पामगढ़ पहुंचे। जहां रैली में शामिल अतिथियों द्वारा बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। ससहा रोड एवं जांजगीर रोड तक रैली निकालने के पश्चात सद्भावना भवन में मंचीय कार्यक्रम के लिए सभी एकत्रित हुए मंचीय कार्यक्रम के दौरान पामगढ़ विधायक इंदु बंजारे जी का आगमन हुआ मंचीय कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत हुआ। जिलाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज संतोष सिंह नेताम जी ने कहा हमारे समाज को संगठित रहना है एवं वोट की ताकत को समझ कर सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना है। मनमोहन सिंह गोंड जिलाअध्यक्ष छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ ने कहा हमें बाबा साहब एवं जयपाल सिंह मुंडा साहब द्वारा दिए गए संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित रखना है एवं सभी परिवारों को शिक्षा का महत्व को समझते हुए किसी भी स्थिति में शिक्षा ग्रहण करना है। मनहरण सिंह मरकाम ने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का उल्लेख करते हुए संक्षिप्त जानकारियां दी एवं समाज को वैचारिक क्रांति की तरफ बढ़ने हेतु प्रेरित किए। विधायक इंदु बंजारे ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज संस्कृति प्रधान समाज है इसलिए संस्कृति का पालन करते हुए अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए महिला शिक्षा पर जोर देने की बात कही।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें आदिवासी होने पर गर्व होना चाहिए और अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान 10वीं 12वीं के प्रथम श्रेणी छात्र-छात्राओं एवं विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त छात्र-छात्राओं का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समाज को ज्यादा से ज्यादा सहयोग प्रदान करने वाले सगाजनों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। चंडीपारा के समाजिक लोगों ने पुरे कार्यक्रम के दौरान भोजन व्यवस्था हेतु सराहनीय सहयोग किया जिसके लिए उन्हें आयोजन समिति ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रुप से रणजीत सिंह पैकरा, विनय सिंह नेताम, भुनेश्वर सिंह मरकाम, सुदर्शन लाल मरावी, कुंजल सिंह कंवर, रामसेवक पैकरा, मनहरन जगत, दिलेश्वर सिंह राज, जयप्रकाश मरावी, उपेन्द्र ध्रुव, चंदन पैकरा, संतोष कुमार जगत,आनंद सिदार, गोरेलाल सिदार, शत्रुहन पैकरा , जम्मू लाल गोंड,राकेश पैकरा, राहुल कंवर, परमेश्वर पोर्ते, बजुर मरावी, वीरेंद्र मरावी, मयारावेन मरावी,भदरा सरपंच रविंद्र मरावी, डोंगाकोहरौद सरपंच पूर्णिमा गोंड, प्रेम जगत, गोविंद मरकाम संजय भानू, विश्वजीत नागेश, महेत्तर सिंह पैकरा , रामनारायण मरकाम , रोशन मरावी सहित भारी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन चंद्रभान सिंह मरकाम, सुदर्शन लाल मरावी एवं संतोष जगत के द्वारा किया गया।